जिस प्रकार से जीवन जीने के लिए सांसें बहुत जरूरी है, उसी प्रकार इस खूबसूरत दुनिया को देखने के लिए आंखे भी उतनी ही जरूरी है।
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आँखों की रोशनी बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा |
लेकिन आज के समय में मोबाइल लैपटॉप और कम्प्यूटर के अंधाधुन प्रयोग से ज्यादातर लोगों के आंखों की रोशनी समय से पहले ही कमजोर हो जाती है।
जिसके लिए आँखों का अच्छे से देखभाल करना बहुत ही जरूरी है।जिनके लिए होम्योपैथिक दवाएं बेहद असरदार एवं सुरक्षित इलाज उपलब्ध कराती है।
इसलिए आज के इस लेख में हम आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक दवा के बारे में विस्तार से बतायेंगें।जो बिना किसी साइड इफेक्ट के आपके आँखों की रोशनी बढ़ाने मदद कर सकती हैं।
आँखों की रोशनी कम होने के कारण
निम्नलिखित कारणों से आपके आँखों की रोशनी कम हो सकती है।
1. आंखों की मांसपेशियां कमजोर होना।
2. आँखों के रेटिना पर प्रकाश का ठीक से न पड़ना।
3. आँखों के लेंस के ऊपर झिल्ली पड़ जाना।
4. आंखों के अंदर का दबाव बढ़ जाना।
5. मधुमेह के कारण आंखों की रक्त नलिकाओं का क्षतिग्रस्त हो जाना।
6. विटामिन A की कमी होना।
7. आंखों में चोट या संक्रमण होना।
8. आनुवंशिक
9. लंबे समय तक मोबाइल/कंप्यूटर का उपयोग करना।
10. धूम्रपान और शराब का सेवन करना।
11. नींद की कमी लेना और तनाव में रहना।
12. रेटिना का अपने मूल स्थान से खिसक जाना।
आँखों की रोशनी कम होने के लक्षण
किसी भी व्यक्ति के आँखों की रोशनी यदि कम हो रही है तो उसे निम्नलिखित में से किसी एक या इससे अधिक लक्षण दिखाई दे सकता है
1• दूर या पास रखी वस्तु का धुंधला दिखाई देना।
2• मोबाइल देखते समय या किताब पढ़ते समय सिर में दर्द होना।
3• रात में या कम रोशनी में देखने में परेशानी होना।
4• किसी एक वस्तु का दो-दो वस्तु दिखाई देना।
5• किसी वस्तु को ज्यादा देर तक देखने पर आँखों में दर्द होना।
6• आँखों से पानी गिरना।
7• रंगों की पहचान ठीक से न कर पाना।
8• बार-बार चश्मे का नम्बर बदलना।
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए 12 सबसे असरदार होम्योपैथिक दवाएं
1. Ruta Graveolens 30c/200c
Ruta Graveolens यह दवा उन लोगों के लिए लाभ करती है जो लोग बहुत ज्यादा समय तक मोबाइल या लैपटॉप पर काम करते रहते हैं।तो उनके लिए यह दवा आँखों की मांसपेशियों के खिंचाव को कम करके थकावट को दूर करने में मदद करती हैं।यदि किसी व्यक्ति के चश्मे का नम्बर लगातार बढ़ता जा रहा है तो Ruta उसे ठीक करने में उसकी सहायता कर सकती है।
सेवन सेवन कैसे करें
Ruta 30 – दिन में 2 बार
Ruta 200 – सप्ताह में 2 बार (डॉक्टर की सलाह से)
2. Euphrasia Officinalis (Eye Bright) 30C
Euphrasia को आंखों की दवा भी कहा जाता है।Euphrasia विशेष रूप से उन लोगों को फायदा करती है जिनके आंखों से हमेशा पानी गिरता है, आँखों में जलन, एलर्जी या कंजक्टिवाइटिस जैसी समस्या होती है।
इसके अलावा जिन्हें धूल, धुआं या पंखे की हवा से आंखों में जलन या पानी आता है, उनके लिए Euphrasia मददगार हो सकती है।
सेवन कैसे करें
30C पोटेंसी – दिन में 2 बार
Euphrasia Eye Drop – दिन में 2 बार
3. Physostigma Venenosum 30C/Q.
Physostigma उन लोगों के लिए कारगर है जिनकी आंखों में लगातार तनाव बना रहता है,पलक झपकने में कठिनाई होती है या धुंधला दिखाई देने की समस्या होती है।
यह दवा आंखों की नसों के तनाव को कम करके आँखों को आराम देती है। Physostigma विशेष रूप उन लोगों को भी लाभ करती है जो हमेशा मोबाइल या लैपटॉप से चिपककर बैठे रहते हैं। जिसके कारण उनके आँखों की रोशनी धीरे धीरे कम होती जाती है।
सेवन कैसे करें
30C – दिन में दो बार
Q (mother tincture) – 10 बूंद आधा कप पानी में दिन में दो बार
4. Phosphorus 200C/1M
Phosphorus उन लोगों के लिए ज्यादा फायदा करती है जिनको रोशनी में अपनी आँखों को खोलने में दिक्कत होती है या जिन्हें रोशनी से डर लगता है तो उनके लिए Phosphorus एक उत्तम दवा है। यह दवा आंखों की नसों को मजबूत करके दृष्टि को तेज करने में मदद करती है।
सेवन कैसे करें
200C – सप्ताह में दो बार
1M – महीने में एक बार (केवल डॉक्टर की सलाह से करें)
5. Calcarea Phosphorica 6X
Calcarea Phosphorica यह दवा उन बच्चों के लिए लाभ करती है जो पढ़ाई में कमजोर होने के साथ साथ जिनकी आंखें भी कमजोर हो रही हैं। यह दवा शरीर की हड्डियों और स्नायु तंत्र को मजबूत बनाकर मस्तिष्क और आंखों को ताकत पहुचाने में मदद करती हैं।
सेवन कैसे करें
6X टेबलेट – 4-4 टिकिया को दिन में दो बार या डॉक्टर की सलाह से लें।
6. Belladonna 30C/200C
Belladonna इस दवा का उपयोग उन लोगों में किया जा सकता है जिन्हें अचानक से आंखों में जलन, तेज़ दर्द, रोशनी से डर और लालिमा जैसी समस्या होती है, तो उनके लिए Belladonna अत्यंत उपयोगी होम्योपैथिक दवा है।
यह दवा संक्रमण, सूजन और सिरदर्द जैसे लक्षणों में आराम देने के साथ-साथ ग्लॉकोमा के शुरुआती अवस्था को भी ठीक करने में मदद करती है।
सेवन कैसे करें
30C या 200C – दिन में एक बार या लक्षणों की तेजी के अनुसार बार-बार लिया जा सकता है।
7. Cineraria Maritima Eye Drops
यह एक प्रसिद्ध होम्योपैथिक आई ड्रॉप है।इस ड्रॉप का उपयोग उन लोगों में किया जा सकता है जिन्हें मोतियाबिंद की शुरुआती अवस्था में धुंधला दिखाई देता है। इस दवा के रेगुलर प्रयोग से आंखों का धुंधलापन कम हो जाता है,और मोतियाबिंद का बढ़ना रुक जाता है।
2-2 बूंद दोनों आंखों में दिन में दो बार या डॉक्टर की सलाह के अनुसार प्रयोग करें।
8. Senega 30C
Senega 30C का प्रयोग उन लोगों में किया जा सकता है, जिन्हें उजाले में देखने में परेशानी होती है या आंखों के सामने बार-बार धुंध छा जाता है।यह दवा आँखों के इन्द्रिय तंत्र को ठीक करके रोशनी के प्रति सहन शक्ति को बढ़ाने में मदद करती है।
सेवन कैसे करें
30C – दिन में 2 बार
9. Viola Odorata 30C
Viola उन लोगों के लिए विशेष लाभ करती है। जिनको पढ़ते समय या मोबाइल चलते समय आँखों में भारीपन महसूस होता है।इसके अलावा जिनकी दृष्टि सिरदर्द के साथ कम होती जाती है,उनके लिए भी यह दवा विशेष रूप से उपयोगी है।
सेवन कैसे करें
30C – दिन में दो बार
10. Gelsemium 30C
Gelsemium यह दवा उन लोगों को ज्यादा लाभ करती है जिन्हें थोड़ी देर पढ़ने के बाद आँखों से धुंधला दिखाई देता है,और आँखों में हर समय भारीपन महसूस होता है।
तो उनके लिए Gelsemium एक बहुत प्रभावशाली होम्योपैथिक दवा है। यह दवा आँखों के तंत्रिकातंत्र को सशक्त बनाकर आंखों में संचार को बेहतर करने में मदद करती है।
सेवन कैसे करें
30C – दिन में तीन बार
11. Comocladia Dentata 30C
Comocladia Dentata विशेष रूप से उन लोगों के लिए ज्यादा उपयोगी है जिनकी आँखें ग्लॉकोमा जैसी गंभीर स्थितियों के कारण आंखों की नसें कमजोर पड़ जाती हैं। तो यह दवा आंखों के अंदर के प्रेशर को कम करके दृष्टि सुधार में मदद करती है।
सेवन कैसे करें
30C – सप्ताह में 3 बार
12. Silicea 6X,30
Silicea एक बहुत ही कारगर होम्योपैथिक दवा है।इस दवा का प्रयोग उन लोगों के लिए लाभ करती है,जिनके आंखों के किनारे पर बार-बार फोड़े हो जाते हो जाते हैं या आंखों की त्वचा में संक्रमण या सूजन हो जाती है। यह दवा शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर आँखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करती है।
सेवन कैसे करें
6X - 5-5 टिकिया दिन में तीन बार
30C –4-5बूंद दिन में 2 बार
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए प्रमुख घरेलू और प्राकृतिक उपाय
निम्नलिखित घरेलू उपायों को अपनाकर आप न केवल अपने आँखों की रोशनी को बढ़ा सकते हैं बल्कि ये उपाय करने से आप होम्योपैथिक दवाओं को जल्दी काम करने कार्य क्षमता को भी बढ़ा सकते हैं।
1. त्रिफला चूर्ण से आंखों की सफाई और सेवन
त्रिफला में यह हरड़, बहेड़ा और आंवला का मिश्रण होता है, जिसे आयुर्वेद का अमृत कहा जाता है।
रात में सोते समय 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण को हल्के गुनगुने पानी में भिगोकर रख दें। सुबह उठकर उस पानी को महीन कपड़े से छानकर उससे आंखों को धोएं।
इस प्रयोग को करने से आँखें साफ होकर आँखों का धुंधलापन कम होता है।
सेवन कैसे करें:
रात को सोते समय 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण को शहद के साथ लेने से आँखों की रोशनी में वृद्धि होती है।
2. अनुलोम-विलोम और त्राटक योग
अनुलोम-विलोम प्राणायाम करने से शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है जिससे आंखों की मांसपेशियां मजबूत होकर आँखों की रोशनी बढ़ती हैं।
कैसे करें
त्राटक क्रिया क्रिया करने के लिए आप किसी स्थिर बिंदु जैसे दीपक की लौ को बिना पलक झपकाए रोजाना कुछ समय तक देखें। इस क्रिया को करने से आंखों का फोकस और एकाग्रता बढ़ती है।
रोजाना 10 मिनट इन योग अभ्यासों को करने से आंखों की रोशनी में सुधार होता है।
3. गाजर, आंवला और हरी सब्जियों का सेवन
गाजर में बीटा-कैरोटीन नामक पदार्थ पाया जाता है, जो शरीर में जाकर विटामिन A की आपूर्ति करता है। जिससे आपकी रेटिना मजबूत होती है।
आंवला में विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो हमारी रेटिना की कोशिकाओं को स्वस्थ बनाने में मदद करता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, मेथी, बथुआ) में लूटीन और ज़ेक्सैंथिन नामक पदार्थ पाया जाता हैं जो आंखों की रक्षा करने में मदद करता हैं।
4. गाय का घी का उपयोग
शुद्ध देशी गाय के घी को 2-2 बूंद रात को सोते समय आंखों में डालने से सूखापन, जलन और आंखों की थकान कम होती है।
यह प्रयोग आयुर्वेदिक दृष्टि से रेटिना की कोशिकाओं को पोषण देता है और रोशनी बढ़ाने में मदद करता है।
इसे आयुर्वेदाचार्य की सलाह से ही उपयोग करें।
5. सूर्योदय के समय सूर्य नमस्कार और सूर्य दृष्टि
सूर्योदय के समय सूर्य की कोमल किरणों को 1–2 मिनट तक बिना झपकाए देखने से (सूर्य दृष्टि) आंखों की नसों को सक्रिय होती है।
सूर्य नमस्कार के नियमित अभ्यास से आंखों के आसपास की नसों में रक्त संचार सुचारू रूप से होता है जिससे आँखों की रोशनी बढ़ती है।
6. शहद और अदरक का सेवन:
1 चम्मच शहद में कुछ बूंदें अदरक के रस की मिलाकर सुबह खाली पेट लेने से आंखों की रोशनी धीरे-धीरे बढ़ने लगती है।
यह मिश्रण आंखों को अंदर से पोषण देता है और झिल्ली को मजबूत बनाता है।
आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक दवा करने के फायदे
दुष्प्रभाव रहित उपचार:
ज्यादातर होम्योपैथिक दवाएं पेड़-पौधों से बनाई जाती हैं इसलिए इस दवा को लेने से शरीर पर किसी भी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
रोगों का जड़ से इलाज:
होम्योपैथिक दवाएं रोग की गहराई में जाकर आँखों की समस्या को जड़ से ठीक करने में मदद करती हैं।
सस्ता इलाज:
होम्योपैथिक दवाएं अन्य पैथी के दवाओं की अपेक्षा बहुत ही कम कीमतों में आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं, जिसे हर कोई आसानी से खरीद सकता है।
होम्योपैथिक दवाओं को लेते समय ध्यान देने योग्य बातें
• होम्योपैथिक दवाओं को हमेशा किसी योग्य डॉक्टर की सलाह से ही लें क्योंकि होम्योपैथिक चिकित्सा एक लक्षणों पर आधारित चिकित्सा पद्धति है जिसका निर्धारण एक योग्य होम्योपैथिक डॉक्टर ही कर सकता है।
• यदि कोई महिला गर्भवती है या अपने बच्चे को दूध पिलाती है तो इस दवा का सेवन करने से पहले अपने नजदीक के होम्योपैथिक डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
• यदि आप किसी रोग के इलाज के लिए कोई अन्य पैथी की दवा पहले से ले रहे हैं तो इस दवा को लेने से पहले अपने डॉक्टर को जरूर बता दें।
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