आज की तेज़ रफ़्तार भरी जिंदगी में हर एक काम को करने के लिए सबको दिमाग की जरूरत होती है।जिसके पास जितना अधिक दिमाग होता है वह किसी भी काम को उतना ही अच्छे ढंग से कर पाता है लेकिन जिसका दिमाग कमजोर होता है वह किसी भी काम को अच्छे तरीके से नहीं कर सकता है।
ऐसे लोग अपने दिमाग की कमजोरी को दूर करने के लिए कई तरह की दवाइयां और नुस्खे आजमाते रहते हैं लेकिन परिणाम लगभग शून्य होता है।
आज के इस लेख के माध्यम से हम दिमाग की कमजोरी की होम्योपैथिक दवा के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे जो दिमाग की कमजोरी के कारण को दूर करके दिमाग को मजबूत बनाने में मदद कर सकती है।
दिमाग की कमजोरी क्या है?
दिमाग की कमजोरी का मतलब होता है कि जब हमारा मस्तिष्क पहले जैसा का करता था उस तरह से काम नहीं करता है।और हमें रोज़मर्रा का करने में कठिनाई महसूस होने लगती है।
तब इसे हम मानसिक थकान या ब्रेन वीकनेस या दिमाग की कमजोरी कहा जाता है।दिमाग के कमजोर होने की स्थिति में व्यक्ति हर एक छोटी-छोटी बातें भूलने लगता है,जैसे- पढ़ाई या काम में मन नहीं लगना और किसी भी विषय पर ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल होना आदि।
दिमाग में कमजोरी होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे – लगातार तनाव में रहना, पर्याप्त नींद न लेना, ज़्यादा मोबाइल या कंप्यूटर का इस्तेमाल करना, पोषण की कमी, नशे की आदतें या किसी पुरानी बीमारी का असर आदि। कई बार यह समस्या छात्रों, काम-काज करने वाले लोगों और बुजुर्गों में अधिक देखने को मिलती है।
दिमाग की कमजोरी के मुख्य कारण
दिमाग की कमजोरी की समस्या एकाएक नहीं होती है, बल्कि समय के साथ धीरे- और अलग-अलग कारणों होती है।
यदि इस समस्या को समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो यह याददाश्त की कमजोरी, ध्यान न केंद्रित न कर पाना और मानसिक कमजोरी जैसी भयंकर समस्याओं का रूप ले सकती है।
इस लिए इस समस्या के कारणों को जानकर समय पर इलाज कराना बहुत जी जरूरी होता है।तो आइये दिमाग की कमजोरी के प्रमुख कारणों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
1. लगातार तनाव और चिंता
जो लोग ऑफिस का काम, घर की जिम्मेदारियां या रिश्तों में तनाव,बच्चों की पढ़ाई-लिखाई आदि को लेकर हमेशा तनाव व चिंता में रहते हैं तो उनके दिमाग के कार्य करने की क्षमता कम होने लगती है।इस कारण से उनका दिमाग कमजोर हो सकता है।
2. नींद पूरी न होना
जो लोग दिन-रात किसी फैक्ट्री या ऑफिस में काम करते रहते हैं और रोजाना 7-8 घण्टे की नींद नहीं ले पाते हैं तो उनके दिमाग को आराम नहीं मिल पाता है।इसलिए उनका दिमाग कमजोर हो सकता है।
3. ज़्यादा मोबाइल या कंप्यूटर का इस्तेमाल
जो लोग ज्यादा समय तक मोबाइल, कंप्यूटर, टीवी आदि पर समय बिताते हैं इससे उनका दिमाग थक जाता है इस कारण से भी दिमाग कमजोर हो सकता है।
4. पढ़ाई या काम का दबाव
जिन लोगों को पढ़ाई या काम का हमेशा दबाव रहता है इससे उनके दिमाग पर लगातार बोझ पड़ता है।इस कारण से भी दिमाग कमजोर हो सकता है।
5. शारीरिक कमजोरी या पोषण की कमी
जो लोग अपने खाने-पीने में पर्याप्त सूक्ष्म पोषक तत्वों से युक्त भोज्य पदार्थों को शामिल नहीं करते हैं, उनके शरीर में विटामिन B12, आयरन और ओमेगा-3 फैटी एसिड कमी हो जाती है।जिस कारण से उनका दिमाग कमजोर हो सकता है।
6. पुरानी बीमारी या दवाओं के साइड इफेक्ट
जो लोग किसी पुरानी बीमारी जैसे-डायबिटीज, थायरॉइड, ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियां के लिए हमेशा दवाइयां लेते रहते हैं उससे भी दिमाग कमजोर हो सकता है।
7. नशे की आदतें (सिगरेट, शराब आदि)
जो लोग शराब, सिगरेट और नशीले पदार्थ का बहुत ज्यादा सेवन करते हैं उससे उनके दिमाग की नसें धीरे-धीरे कमजोर हो जाती हैं।इससे भी दिमाग(याददाश्त)कमजोर हो सकती है।
दिमाग की कमजोरी के लक्षण
• बार-बार चीज़ें भूलना
यदि हर एक छोटी-छोटी बातें जैसे-गाड़ी की चाभी कहाँ रखी है, आज किससे क्या बात हुई,आज क्या पढ़ा था और आज क्या खाया था आदि भूलने लगे तो यह आपके दिमाग की कमजोरी का लक्षण हो सकता है।
• ध्यान न लगना
यदि आपका पढ़ाई-लिखाई अथवा ऑफिस के किसी काम में मन नहीं लगता है,बार-बार ध्यान भटक जाता है और आप किसी काम में ज्यादा समय फोकस न कर पाते हैं तो यह आपके दिमाग की कमजोरी का संकेत हो सकता है।
• चिड़चिड़ापन
यदि आपको छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आ जाता है, मूड स्विंग हो जाता है, धैर्य को बनाये रखने में दिक्कत होती है,थोड़ी देर काम करने के बाद थकान महसूस होती है तो यह आपके दिमाग की कमजोरी का लक्षण हो सकता है।
• आत्मविश्वास की कमी
यदि आपको अपने आप पर भरोसा कम हो जाता है, आप हर छोटी-छोटी बात पर चिल्लाने लगते हैं और कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचना चाहते हैं तो यह आपके दिमाग की कमजोरी का लक्षण हो सकता है।
• सिर भारी लगना
यदि आपका सिर हमेशा भारी-भारी महसूस होता है और किसी चीज के बारे में सोचने में कठिनाई होती है तो यह आपके मानसिक कमजोरी का लक्षण हो सकता है।
• नींद न आना या बार-बार टूटना
यदि आपको रात को नींद नहीं आती है और यदि आती भी है तो बीच-बीच में टूट जाती है तो यह आपके दिमाग की कमजोरी का संकेत हो सकता है।
• पढ़ाई या काम में रुचि कम होना
यदि आपका मन पढ़ाई-लिखाई में नहीं लगता है और कोई नई चीज के बारे में सीखने में बहुत समय लगता है,हमेशा आलस्य और उदासी छाई रहती है तो यह भी आपके दिमाग की कमजोरी का लक्षण हो सकता है।
दिमाग की कमजोरी की होम्योपैथिक दवाएँ
अब जानते हैं कुछ प्रमुख होम्योपैथिक दवाओं के बारे में, जो दिमाग की कमजोरी को दूर करने में मदद कर सकती हैं।
1. Anacardium Orientale
दिमाग की कमजोरी को दूर करने के लिए यह बेस्ट होम्योपैथिक दवा है।
यह दवा उन छात्र अथवा छत्राओं के लिए ज्यादा काम लाई जाती है जिन्हें परीक्षा का समय नजदीक आने पर पहले का पढ़ा हुआ सब कुछ भूलने लगते हैं।
उनके लिए यह दवा याददाश्त को मजबूत करके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करती है।
2. Kali Phosphoricum
Kali Phos होम्योपैथिक दवा उन लोगों के लिए अच्छा काम करती है जो अधिक पढ़ाई-लिखाई का काम करने के कारण जिनका दिमाग तक जाता है,उनके लिए यह एक बेहतरीन होम्योपैथिक दवा है।
यदि नींद पूरी न होने के कारण चिड़चिड़ापन बढ़ता जाय तो यह दवा दिमाग को ऊर्जा देकर शारिरिक व मानसिक संतुलन बना रखने में सहायता करती है।
3. Phosphoric Acid
Phosphoric Acid जिसे एसिड फास के नाम से भी जाना जाता है।दिमाग की कमजोरी को दूर करने के लिए यह होमियोपैथी की बहुत ही चर्चित दवा है।
इस दवा का प्रयोग उन लोगों में किया जाता है, जो किसी गम्भीर बीमारी या बहुत अधिक स्त्री संगम करने के कारण जिनका दिमाग कमजोर हो गया हो,तो उनके लिए यह दवा ज्यादा फायदा करती है।
यह दवा नर्वस सिस्टम को मजबूत बनाकर पढ़ाई या काम पर ध्यान केंद्रित करने की शक्ति बढ़ाने में मदद करती है।
4. Gelsemium
नर्वस सिस्टम की कमजोरी को दूर करने के लिए जेल्सीमियम भी एक बहुत ही कारगर होम्योपैथिक दवा है।
दिमाग की कमजोरी को दूर करने के लिए इस दवा का प्रयोग उन लोगों में किया जाता है जिनको पढ़ाई या परीक्षा के समय डर और घबराहट महसूस होती है।
यह दवा आत्मविश्वास को बढ़ाकर दिमागी डर को कम करने तथा एकाग्रता बढ़ाने में मदद करती है।
5. Nux Vomica
मानसिक कमजोरी को दूर करने के लिए Nux Vomica भी एक शक्तिशाली होम्योपैथिक दवा है।
यह दवा उन लोगों के लिए अच्छा काम करती है जो देर रात तक काम करते हैं, कॉफ़ी-चाय या नशे का ज़्यादा सेवन करते हैं।
जिससे उनका दिमाग थका हुआ और चिड़चिड़ा हो जाता है। यह दवा दिमाग को शांत करके नींद लाने में मदद करती है।
6. Lycopodium
याददाश्त को बढ़ाने के लिए Lycopodium एक बेहतरीन होम्योपैथिक दवा है।
यह दवा उन लोगों के लिए लाभ करती है जिनका दिमाग पाचन तंत्र की गड़बड़ी के कारण कमजोर हो जाता है।
यह दवा दिमाग की नसों को सक्रिय करके याददाश्त को बढ़ाने में मदद करती है।
7. Baryta Carb
Baryta Carb उन बच्चों और बुजुर्गों के दिमाग की कमजोरी के लिए विशेष रूप से लाभकारी होती है।
जो बच्चे पढ़ाई-लिखाई के कामों में पिछे रह जाते हैं और बार-बार वही गलती दोहराते रहते हैं जिसे उन्हें नहीं करनी चाहिए ।
जबकि बुजुर्ग लोग नई बातें तुरंत भूल जाते हैं। यह दवा आत्मविश्वास की कमी को बढ़ाकर बच्चे और वृद्ध लोगों के शर्मीलेपन को भी दूर कर देती है।
8. Cannabis Indica
Cannabis Indica होम्योपैथिक दवा उन लोगों के लिए ज्यादा फायदा करती है, जो बहुत ज़्यादा कल्पनाओं में खोये रहते हैं।जिसके कारण उन्हें दिमागी थकान महसूस होती है।यह दवा दिमागी थकान को दूर करके मानसिक संतुलन बनाये रखने में मदद करती है।
9. Lac Caninum
यह दवा खासकर उन लोगों के लिए फायदा करती है जिनका दिमाग में स्थिर नहीं रहता है और हर एक छोटी चीजों को भूल जाते हैं।यहां तक कि वह दुकान से सामान खरीद कर उसे लाना भूल जाता है।
10. Agnus Castus
यह दवा मानसिक थकान और भूलने की आदत को ठीक करने के लिए बेस्ट होम्योपैथिक दवा है। Agnus Castus उन लोगों के लिए ज्यादा लाभ करती है जो बहुत अधिक यौन संबंध बनाने के कारण दिमागी रूप से कमजोर हो गए हैं।
जिन्हें हर छोटी-छोटी बातें भी याद नहीं रहतीं और बार-बार भूल जाते हैं।उनके लिए यह दवा नर्वस सिस्टम को मजबूत करके दिमागी सन्तुलन बनाये रखने में मदद करती है।
11. Sulphur
Sulphur उन लोगों के लिए उपयुक्त है जिन्हें पढ़ाई या काम में ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती है। यह दवा दिमाग की सुस्ती और आलस्य को दूर करती है।
12. Natrum Mur
यह दवा मानसिक आघात, पुराना दुख या तनाव के बाद होने वाली कमजोरी में उपयोगी है। यह आत्मविश्वास बढ़ाती है और मानसिक शांति प्रदान करती है।
13. Avena Sativa Q
इस दवा का प्रयोग उन लोगों में किया जाता है जिन्हें नींद न आने के कारण दिमागी थकान महसूस होती है।यह दवा दिमाग की नसों को मजबूत बनाकर दिमाग को संतुलित रखने में सहायता करती है।
14. Calcarea Phos
यह दवा उन लोगों के लिए ज्यादा फायदा करती है जो शारिरिक रूप से बहुत कमजोर होते हैं।जिनका मन पढ़ाई-लिखाई में नहीं लगता है और हर एक चीज को भूलने की आदत पड़ जाती है।यह दवा दिमाग की नसों को मजबूत करती है।
15. Medorrhinum)
यह दवा उन लोगों के लिए उपयोगी है जो हर छोटी-बड़ी बात जल्दी भूल जाते हैं, खासकर नाम, तारीख या पढ़ा हुआ। मेडोरिनम आत्मविश्वास बढ़ाने और नर्वस सिस्टम को मजबूत करने में मदद करती है।
दिमाग की कमजोरी से बचाव के घरेलू उपाय
1• बादाम और दूध का मिश्रण
रात को सोते समय 5–7 बादाम पानी में भिगो दें।
और सुबह उठकर छिलका उतार लें और उसे मिक्सर में पीस लें और गर्म दूध में मिलाकर पिएं।
यह प्रयोग याददाश्त और एकाग्रता को बढ़ाने में मदद करता है।
2. अखरोट (Walnut)
रोज़ सुबह खाली पेट 2–3 अखरोट खाने से दिमाग मजबूत होता है।क्योंकि अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो दिमागी कोशिकाओं को सक्रिय करता है।
3. त्रिफला चूर्ण
रात को सोने से पहले आधा घंटा पहले 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लेने से
शरीर में जमा विषैले तत्व बाहर निकलकर दिमाग को ताजगी देता है।
4. तुलसी का पत्ता और शहद
तुलसी के 4–5 पत्ते पीसकर उसका रस निकाल लें, फिर उसमें शहद मिलाकर रोज़ सुबह सेवन करें।
यह प्रयोग तनाव को कम करता है और मस्तिष्क को शांत कर देता है।
5. ब्राह्मी (Brahmi)
ब्राह्मी के पत्तों का रस या ब्राह्मी पाउडर को दूध के साथ रात को सोते समय लेने से याददाश्त मजबूत होती है।
इसे आयुर्वेद में इसे "Memory Booster" कहा जाता है।
6. व्यायाम और योग
रोज़ 15–20 मिनट प्राणायाम, विशेषकर अनुलोम-विलोम और कपालभाति करें।
यह प्रयोग करने से दिमाग की नसें सक्रिय होती है और मानसिक थकान कम होती है।
7. पूरी नींद लें
हर एक व्यक्ति को दिमाग को आराम देने के लिए रोज़ाना 6–8 घंटे की नींद लेना ज़रूरी है।क्योंकि
नींद कम लेने से याददाश्त और सोचने की शक्ति कमज़ोर हो जाती है।
8. हरी सब्जियां और फल
हमेशा अपने आहार में आंवला, ब्लूबेरी, सेब, पालक, ब्रोकोली जैसी चीज़ें शामिल करें।क्योंकि
इन आहार में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है जो दिमाग की कोशिकाओं को मजबूत करने में मदद करता हैं।
9. नशे से दूरी बनाएं
शराब, सिगरेट, तंबाकू और अधिक चाय–कॉफी दिमाग की नसों को कमजोर कर देती हैं।
दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए इनसे परहेज करना जरूरी है।
10. नारियल पानी और नारियल तेल
नारियल पानी पीना और भोजन में नारियल के तेल का इस्तेमाल करना दिमाग के लिए फायदेमंद माना जाता है।क्योंकि इसमें मौजूद फैटी एसिड दिमाग को ऊर्जा देता है।
निष्कर्ष
इस लेख के माध्यम से आपने दिमाग की कमजोरी की होम्योपैथिक दवा,कारण,लक्षण एवं घरेलू उपाय के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
यह जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट करके हमें जरूर बताएं