लीवर में सूजन की बेस्ट होम्योपैथिक दवा | Liver Me Sujan Ki Homeopathic Medicine
लिवर जिसे हिंदी में जिगर या यकृत के नाम से जाना जाता है।यह मनुष्य के शरीर का सबसे बड़ा अंग है।जिसका मुख्य काम खाने को पचाना और उस खाने में से पोषक तत्वों को खींचकर रुधिर तक पहुचाना होता है।
लीवर में सूजन की होम्योपैथिक दवा |
इसके अलांवा लिवर शरीर में उपस्थित अतिरिक्त बसा को ग्लाइकोजन में बदल कर अपने अंदर संचित करके रख लेता है और आवश्यकता पड़ने पर वह पुनः ग्लाइकोजन से ग्लूकोज में बदलकर शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है।
यदि किसी कारण से लीवर में सूजन आ जाय तो, लिवर ऊपर बताये गये सभी काम को करने में असमर्थ हो जाता है,और व्यक्ति दिनप्रतिदिन कमजोर होकर अनेक प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त हो जाता है।
सच्चे शब्दों में कहा जाये तो लिवर में सूजन की एलोपैथिक में कोई इलाज नहीं है।केवल आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवायें ही इसके लिए विशेष प्रभावी होती हैं।
लेकिन दुःख की बात यह है कि आयुर्वेदिक दवायें बहुत महंगी होती है जिसे खरीदना हर कोई के बस की बात नहीं है।इस लिये आज के इस लेख में हम लीवर में सूजन की होम्योपैथिक दवा के बारे बताएंगें जो प्रभावी होने के साथ साथ बहुत ही सस्ती दरों पर और बहुत ही आसानी से हर जगह मिल जाती हैं।
जिसका शरीर पर कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता है।तो आइये जानते हैं लिवर की सूजन की होम्योपैथिक दवा के बारे पूरी जानकारी विस्तार से-
लीवर में सूजन की बेस्ट होम्योपैथिक दवा | Liver Me Sujan Ki Homeopathic Medicine
1• चेलिडोनियम मेजस मूल अर्क
लिवर की सूजन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग एक पेटेंट की तरह किया जाता है।इस दवा में रोगी के दाहिनें कन्धे या पीठ में दाहिनें अस्थिफलक के नीचे दर्द होता है।
इसके अलावा दर्द जिगर के स्थान से चलकर सुई चुभता सा, काटता सा पीठ की तरफ जाता है।इसका रोगी हमेशा गर्म पेय पदार्थ पीना चाहता है।यह इस दवा के प्रयोग करने का विशिष्ट लक्षण है।
2• लाइकोपोडियम 200
लिवर की सूजन को ठीक करने के लिए यह भी एक शिर्ष होम्योपैथिक दवा है।इस दवा में रोगी को लिवर के स्थान पर हमेशा धीमा-धीमा दर्द होता रहता है।मुँह का स्वाद खट्टा हो जाता है।
रोगी को बहुत तेज भूख लगती है लेकिन जैसे ही वह एक या दो निवाला मुँह में लेता है उसे मालूम पड़ता है कि उसका पेट भर गया है।
शाम 4 बजे से लेकर 8 बजे के बीच रोगी की सभी तकलीफें बढ़ जाती है यह इस दवा के प्रयोग करने का सबसे विशेष लक्षण है।
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3• नक्स वोमिका 30
लिवर के सूजन को ठीक करने के लिए यह भी एक महत्वपूर्ण होम्योपैथिक दवा है।इस दवा का प्रयोग उन लोगों में किया जाता है जो मानसिक कार्य तो बहुत अधिक करते हैं लेकिन शारीरिक परिश्रम बिल्कुल ही नहीं करते हैं।
हमेशा चिंता में डूबे रहते हैं।खूब बीयर शराब पीने के आदी हैं।जो हमेशा मसालेदार भोजन करना पसन्द करते हैं तथा पेट को साफ करने के लिए जुलाब लिया करते हैं उनके लिवर की बीमारी में नक्स वोमिका फायदा करती है।
इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति को बहुत अधिक क्रोध,चिन्ता या चिड़चिड़ापन से लीवर में सूजन हो जाय तो वहां पर भी इस दवा के प्रयोग से फायदा होता है।
4• कैमोमिला 30
कुछ विशेष परिस्थितियों में लिवर की सूजन में इस दवा का प्रयोग किया जा सकता है।जैसे गुस्सा और चिड़चिड़ापन के आक्रमण के बाद यदि किसी व्यक्ति को लीवर में सूजन हो जाय तो वहां पर कैमोमिला के प्रयोग से फायदा होता है।
इस दवा में रोगी को गुस्सा इतना अधिक होता है कि वह गुस्से से किसी भी चीज को दूर फेक देता है।
5• कारडुअस मेरियेनस मूल अर्क
लिवर के सूजन को ठीक करने के लिए इस दवा का नाम होमियोपैथी में सबसे ऊपर है।इस दवा का प्रयोग उन लोगों में किया जा सकता है जिन्हें लिवर में सूजन होने के साथ साथ लिवर के स्थान पर दर्द होता है।
इस दवा का रोगी जब बांयीं करवट लेटता है तब उसे दांयीं तरफ पेट में दर्द होता है।यह इस दवा के प्रयोग करने का सबसे प्रमुख लक्षण है।
इसके अलावा जिन लोगों को लिवर की खराबी के कारण माइग्रेन (अधकपारी) का दर्द होता है और दर्द उल्टी आने के साथ कम हो जाता है तो वहां पर भी इस दवा के प्रयोग से लाभ होता है।
6• ब्रायोनिया अल्बा 30
लिवर में सूजन को ठीक करने के लिए इस दवा का भी बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है।इस दवा का प्रयोग उन लोगों में किया जाता है जिन्हें लिवर के स्थान पर सुई चुभने जैसा दर्द होता है और वह दर्द हिलने-डुलने से बढ़ जाता है।
इसके अलावा कब्ज रहना,दाहिनें कन्धे की अस्थिफलक के नीचे दर्द होना,दांयीं करवट सोने से आराम मिलना आदि इस दवा के चुनाव का सबसे प्रमुख लक्षण है।
7• कौर्नस सरसिनेटा मूल अर्क
लिवर की पुरानी सूजन को ठीक करने के लिए कौर्नस सरसिनेटा एक बेहतरीन होम्योपैथिक दवा है।
इस दवा का प्रयोग उन लोगों में किया जा सकता है जिनकी आंतों में हमेशा कुलबुलाहट रहती है,मानो आतें कभी आराम नहीं करती हैं।
रोगी को ऐसा महसूस होता है कि जैसे उसके कमर के दो टुकड़े हो जाएंगे।
8• पोडोफाइलम 30
जिगर की सूजन को कम करने के लिए पोडोफाइलम एक अच्छी होम्योपैथिक दवा है।इस दवा का प्रयोग उन लोगों में किया जाता है जिनके लिवर में बहुत तेज दर्द रहता है।
लिवर के स्थान पर मालिश करने पर रोगी को दर्द में आराम मिलता है।खाना खाने का विचार मन में आने से जी मिचलाने लगता है।पेट के बल लेटने से रोगी को को आराम मिलता है।
9• मैग्नेशिया म्यूर 30
लिवर की सूजन में इस दवा के प्रयोग से भी लाभ होता है।इस दवा का प्रयोग उन लोगों के लिए बेहतर काम करती है जिन्हें चलने-फिरने या छूने से लीवर में दर्द होता है।
रोगी को दांयीं करवट लेटने से तकलीफ होती है।रोगी को हमेशा कब्ज बनी रहती है।इस दवा के कब्ज का सबसे प्रमुख लक्षण यह है कि रोगी के मल में भेड़ की मेगनियों की तरह बड़ी-बड़ी कठोर गोटियां आती हैं।
पेट में दर्द होता है जिसे कम करने के लिए रोगी को हमेशा कुछ न कुछ खाना पड़ता है।लिवर में सूजन हो जाने के बाद पेट में पानी भर (जलोदर) जाने पर भी इस दवा के प्रयोग से लाभ हो सकता है।
10• नैट्रम सल्फ 6X
यह एक बायोकेमिक होम्योपैथिक दवा है।लिवर की सूजन को ठीक करने के लिए बायोकेमिक में नैट्रम सल्फ का सर्वोच्च स्थान है।
इस दवा का प्रयोग उन लोगों में किया जा सकता है जिन्हें सीलन वाले स्थानों पर रहने के कारण लिवर में सूजन आ जाती है।लिवर के स्थान को छूने से दर्द बढ़ जाता है।
रोगी को बांयीं करवट लेटने से तकलीफ होती है।गहरा सांस लेने से सुई चुभने जैसा इस प्रकार का दर्द होता है मानो जिगर के टुकड़े-टुकड़े हो जायेगें।रोगी का जी मिचलाता है और खट्टा वमन होता है।
11• कैली कार्ब 30
यह एक गम्भीर क्रिया करने वाली होम्योपैथिक दवा है।लिवर के सूजन में इस दवा का प्रयोग उन लोगों में क्या जा सकता है जिन्हें लिवर के स्थान पर सुई चुभने जैसा दर्द होता है तथा उनका रोग रात 2 बजे से लेकर रात 3 बजे के बीच बढ़ जाता है।
जिगर में दर्द होता है।लेटे हुए स्थिति से उठने के लिए रोगी दांयी तरफ का करवट लेकर उठता है क्योंकि बांयी करवट लेकर रोगी उठ नहीं सकता है।
बैठने के लिए आगे झुक कर सिर को हथेलियों पर सम्भाल कर और कोहनियों को घुटनों के बल टेक कर बैठता है,अन्यथा वह नहीं बैठ सकता है।
लिवर में सूजन होने के कारण | Liver Swelling Symptoms in Hindi
वैसे तो लिवर में सूजन होने के बहुत से कारण हो सकते हैं उनमें से कुछ कारण जो निम्नलिखित हैं।
- बहुत अधिक शराब का सेवन करना।
- हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी जैसे संक्रामक रोग।
- फैटी लिवर।
- बहुत अधिक एलोपैथिक दवाओं का सेवन।
- आनुवंशिक।
- बहुत अधिक तेल-मसाले से युक्त भोजन का सेवन।
- मानसिक चिन्ता।
लिवर में सूजन होने के लक्षण | Liver Me Sujan Ke Lakshan
निम्नलिखित लक्षणों के आधार पर लिवर में सूजन को बड़ी ही आसानी से पहचाना जा सकता है।
- बार-बार मिचली आना।
- भूख कम लगना।
- पेट में दर्द होना।
- सीने के दायीं तरफ आखिरी पसली के ठीक नीचे दर्द होना।
- आँखें व त्वचा का पीला पड़ जाना।
- त्वचा पर खुजली व हल्के भूरे रंग के धब्बे दिखाई देना।
- कब्ज रहना।
- गैस बनना।
- पेट में दर्द व सूजन होना।
- टखनों व पैरों में सूजन होना।
- नजदीक की वस्तुओं को दूर करके देखना।
- दिन-रात नींद आना।
- हमेशा थकान व कमजोरी महसूस होना।
- गहरे रंग का पेशाब होना।
- जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द होना।
लीवर में सूजन की होम्योपैथिक दवा के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Q• लिवर के लिए सुबह क्या पीना चाहिए?
Ans• लिवर को स्वस्थ्य रखने के लिए रोज सुबह नीबू पानी,नारियल पानी,फलों का जूस आदि का सेवन फायदेमंद होता है।
Q• लीवर को ठीक करने के लिए कौन सा जूस पीना चाहिए?
Ans• लीवर के सूजन को ठीक करने के लिए नींबू,चुकन्दर,पुदीना,गन्ना,मोसम्मी ,सन्तरा,करेला आदि के जूस का सेवन करवे ने से अतिशीघ्र लाभ होता है।
Q• लीवर को ठीक करने के लिए कौन सा फल खाएं?
Ans• लीवर को ठीक करने के लिए नीबू का रस,कीवी फल,अंगूर,तरबूज,पपीता,मोसम्मी, संतरा, जामुन,सेब और अनार जैसे फलों का सेवन करना फायदेमंद रहता है।
Q• लीवर की सूजन में कौन सी सब्जी खानी चाहिए?
Ans• लिवर के सूजन में पालक,खीरा, मूली,गाजर,तोरिया, करेला,लौकी,चौलाई आदि पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए।