जबड़े में दर्द की 10 सबसे बेस्ट होम्योपैथिक दवा
जबड़े में दर्द होना एक प्रकार की मुँह में होने वाली समस्या है जिसमें मुँह के अंदर दांतों के अंतिम छोर पर ठीक दोनों कानों के पास दर्द होता है।
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जबड़े में दर्द की होम्योपैथिक दवा |
जो बोलने,हंसने या खाना खाने से बढ़ जाता है।वैसे तो जबड़े में दर्द होने के बहुत से कारण हो सकते है जिनमें प्रमुख रूप से गठिया, जबड़े में चोट,जबड़े की मांसपेशियों में सूजन आदि हैं।
यदि आप भी जबड़े में दर्द की समस्या से परेशान हैं और अनेकों प्रकार के इलाज कराकर थक चुके हैं तो चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
क्योंकि आज के इस लेख के माध्यम से हम जबड़े में दर्द की होम्योपैथिक दवा के बारे में बताएंगें जो आपके जबड़े में होने वाले दर्द के कारण को पूरी तरह से खत्म कर देगी।
वह भी बिना किसी भी साइड इफेक्ट के तो आइये जानते हैं जबड़े में दर्द की सबसे कारगर होम्योपैथिक दवा के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से-
जबड़े में दर्द होने का कारण
निम्नलिखित कारणों से जबड़े में दर्द हो सकता है।
1. टेम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट (TMJ) के कारण
टेम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट कान के ठीक आगे एक जोड़ होता है।जब इस जोड़ में दांत पीसने,चोट लगने या जबड़े की मांसपेशियों में खिंचाव आने के कारण गड़बड़ी होती है तब आपके जबड़े में दर्द हो सकता है।
2. दांत पीसने के कारण (Bruxism)
बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो रात को सोते समय या गुस्से में आने पर अपने दांतों को पीसते हैं जिसके कारण मांसपेशियों के जबड़े में तनाव आ जाता है जिसे ब्रुक्सिज़्म कहा जाता है जो जबड़े में दर्द का मुख्य कारण बन सकता है।
3. दांतों और मसूड़ों की समस्याओं के कारण
दांतों और मसूड़ों में होने वाली अनेकों प्रकार की बीमारियां जैसे -दांतों में कीड़े लगना, मसूड़ों में सूजन,मसूड़ों से खून आना,दांतों में ठंडा पानी लगना आदि कारणों से भी आपके जबड़े में दर्द हो सकता है।
4. मांसपेशियों में खिंचाव या चोट के कारण
जबड़े की मांसपेशियों में खिंचाव या चोट लगने के कारण वहाँ की मांसपेशियों और हड्डियों में सूजन आ सकती है जो आपके जबड़े में दर्द का कारण हो सकता है।
5. साइनस संक्रमण के कारण
साइनस संक्रमण के कारण चेहरे और गालों की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है जो जबड़े में दर्द का कारण हो सकता है।
6. दांतों की संरचना में गड़बड़ी के कारण (Malocclusion)
जिन लोगों के दांतों की संरचना ठीक नहीं होती है उनके दांत आपस में ठीक से नहीं बैठ पाते हैं जिसके कारण जबड़े पर असामान्य दबाव पड़ता है जिसके कारण भी जबड़े में दर्द हो सकता है।
7. गठिया (Arthritis) रोग के कारण
ओस्टियोआर्थराइटिस और रुमेटॉइड आर्थराइटिस रोग के कारण जोड़ टेढ़े-मेढ़े हो जाते हैं यदि यह रोग TMJ जोड़ में हो जाता है तो उसके कारण भी आपके जबड़े में हो सकता है।
8. मानसिक तनाव के कारण
जो लोग हमेशा मानसिक तनाव में रहते हैं और अपने दांतों को हमेशा पीसा करते हैं उसका सीधा असर उनके शरीर की मांसपेशियों पर होता है जिसके कारण उनकी जबड़े और गर्दन की मांसपेशियों में अकड़न आ जाती है।उस वजह से भी जबड़े में दर्द हो सकता है।
9. सिरदर्द के कारण
जो लोग हमेशा माइग्रेन की समस्या से परेशान रहते हैं उसका सीधा असर उनके चेहरे और जबड़े की मांसपेशियों पर पड़ता है जो जबड़े में दर्द का कारण बन सकता है।
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जबड़े में दर्द की 10 सबसे बेस्ट होम्योपैथिक दवा
1. बेलाडोना (Belladonna)
जबड़े में दर्द के लिए बेलाडोना एक महत्वपूर्ण होम्योपैथिक दवा है जिसका प्रयोग अचानक और तीव्र दर्द होने में किया जाता है।
यदि किसी व्यक्ति को जबड़े में तेज दर्द होता है, जो अचानक शुरू होता है और फिर धीरे-धीरे बढ़ता ही जाता है, तो यह दवा बहुत अच्छा काम करती है।
इस दवा का उपयोग तब भी किया जाता है जब दर्द के साथ-साथ लालिमा, सूजन और गर्माहट महसूस हो।
बेलाडोना का दर्द आमतौर पर धड़कन के साथ बढ़ता है और रात के समय अधिक होता है।
बेलाडोना दर्द को तुरंत राहत देने में मदद करती है और जबड़े की मांसपेशियों के दर्द को शांत करती है।
2. मैग्नीशिया फॉस (Magnesia Phos)
मैग्नीशिया फॉस होम्योपैथी में मांसपेशियों के ऐंठन और तंत्रिका संबंधी दर्द को कम करने के लिए प्रसिद्ध है।
यह तब प्रयोग किया जाता है जब जबड़े में दर्द मांसपेशियों के ऐंठन या नर्वस सिस्टम में असंतुलन के कारण होता है।
यह दवा आमतौर पर तब दी जाती है जब दर्द हल्के दबाव या गर्मी से कम होता है।
मैग्नीशिया फॉस दर्द को जल्दी से राहत देने में सहायक होती है और इसे सामान्य रूप से गर्म पानी के साथ लेने पर इसका प्रभाव अधिक देखा जाता है।
जबड़े में मांसपेशियों की खिंचाव और ऐंठन की समस्या में यह अत्यधिक लाभकारी मानी जाती है।
3.हेक्ला लावा (Hecla Lava)
हेक्ला लावा एक उत्कृष्ट होम्योपैथिक दवा है जिसका प्रयोग जबड़े में अस्थियों से संबंधित समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है।
यह दवा तब दी जाती है जब जबड़े की हड्डियों में सूजन, दर्द या असामान्य वृद्धि होती है।
यह उन मरीजों के लिए अत्यधिक प्रभावी होती है जिनके जबड़े की हड्डी में कैल्शियम की अधिकता हो जाती है या बोन स्पर्स उत्पन्न होते हैं।
यह दवा दर्द को कम करने और सूजन को घटाने में मदद करती है।
हेक्ला लावा का उपयोग तब किया जाता है जब दर्द बहुत तेज हो और इसे निगलने या बोलने के दौरान और बढ़ता हो।
यह शरीर में असामान्य अस्थि वृद्धि को नियंत्रित करने में भी सहायक होती है।
4. हाइपेरिकम (Hypericum)
यह दवा नर्वस सिस्टम से संबंधित दर्द को ठीक करने में अत्यधिक प्रभावी है।
अगर किसी व्यक्ति को जबड़े में नसों के कारण दर्द होता है, जो झनझनाहट या जलन के साथ होता है, तो हाइपेरिकम एक उत्कृष्ट दवा है।
यह तंत्रिकाओं की चोट या दबाव से उत्पन्न दर्द को कम करने में मदद करती है। इस दवा का उपयोग विशेष रूप से तब किया जाता है जब दर्द नर्वस डैमेज या चोट के कारण होता है।
यह जबड़े के नसों को शांत करती है और लंबे समय तक दर्द से छुटकारा दिलाने में सहायक होती है।
5. ब्रोमियम (Bromium)
ब्रोमियम का उपयोग तब किया जाता है जब जबड़े में दर्द के साथ-साथ ग्रंथि संबंधी समस्याएं हों।
यह दवा उन मरीजों के लिए अत्यधिक प्रभावी होती है जिन्हें जबड़े के आस-पास सूजन या गांठ महसूस होती है।
ब्रोमियम का उपयोग तब किया जाता है जब दर्द की शुरुआत धीरे-धीरे होती है और यह ठंडी हवा या ठंडे पानी से बढ़ता है।
यह दवा जबड़े की ग्रंथियों में सूजन और दर्द को कम करने में सहायक होती है और इसके लगातार उपयोग से समस्या का स्थायी समाधान मिल सकता है।
6. काल्केरिया कार्ब (Calcarea Carb)
यह दवा उन व्यक्तियों के लिए उपयोगी होती है जिनके जबड़े में दर्द अस्थियों की कमजोरी या विकास में असामान्यता के कारण होता है।
काल्केरिया कार्ब का उपयोग तब किया जाता है जब व्यक्ति को जबड़े में थकान, भारीपन या स्थायी दर्द का अनुभव होता है।
यह दवा अस्थियों की मजबूती बढ़ाने और जबड़े की सामान्य संरचना को बहाल करने में मदद करती है।
काल्केरिया कार्ब तब विशेष रूप से सहायक होती है जब दर्द ठंड से और बढ़ता है और गर्मी से राहत मिलती है।
7. रस टॉक्स (Rhus Tox)
रस टॉक्स का उपयोग मांसपेशियों और जोड़ों में खिंचाव या ऐंठन के कारण उत्पन्न दर्द को कम करने के लिए किया जाता है।
यह दवा उन व्यक्तियों के लिए फायदेमंद होती है जिन्हें जबड़े के मूवमेंट के दौरान दर्द होता है, खासकर जब वे लंबे समय तक बोलने या चबाने के बाद दर्द का अनुभव करते हैं।
यह दवा सूजन को कम करती है और जबड़े की मांसपेशियों को लचीला बनाती है।
रस टॉक्स तब विशेष रूप से प्रभावी होती है जब दर्द ठंडे मौसम में या लंबे समय तक आराम के बाद और अधिक होता है।
8. आर्निका (Arnica)
आर्निका एक ऐसी होम्योपैथिक दवा है, जिसे खासतौर पर चोट लगने पर होने वाले दर्द और सूजन के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
अगर किसी व्यक्ति के जबड़े में चोट लगने के बाद दर्द या सूजन होती है, तो आर्निका से राहत मिल सकती है।
यह दवा सूजन को कम करती है और शरीर के उस हिस्से में रक्त संचार को बेहतर बनाने में मदद करती है, जिससे दर्द जल्दी ठीक होता है।
यह तब विशेष रूप से कारगर होती है जब चोट की वजह से जबड़े की हड्डी या मांसपेशियों में सूजन हो जाती है।
आर्निका का सही इस्तेमाल करने से चोट से जल्दी आराम मिलता है और प्रभावित क्षेत्र में सुधार दिखता है।
9.सिम्फाइटम (Symphytum)
सिम्फाइटम का उपयोग हड्डी के टूटने या चोट के बाद होने वाले करकते हुए दर्द के लिए किया जाता है।
यह हड्डियों के हीलिंग प्रोसेस को तेज करने और दर्द को कम करने में अत्यधिक प्रभावी है।
यदि किसी व्यक्ति के जबड़े की हड्डी में चोट लग गई है या ऑपरेशन के बाद दर्द हो रहा है, तो सिम्फाइटम का उपयोग किया जाता है।
यह दवा हड्डियों के पुनर्निर्माण में सहायक होती है और जबड़े के फ्रैक्चर को तेजी से ठीक करने में मदद करती है।
10. स्पाइजेलिया (Spigelia)
स्पाइजेलिया एक उत्कृष्ट होम्योपैथिक दवा है जिसका उपयोग तीव्र और धड़कते हुए दर्द के लिए किया जाता है, खासकर जब दर्द नर्वस सिस्टम से जुड़ा होता है।
यदि किसी व्यक्ति को जबड़े के बायीं तरफ तेज धड़कता हुआ दर्द महसूस होता है, जो चेहरे के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है, तो स्पाइजेलिया बहुत प्रभावी होती है।
यह दर्द को कम करने और नर्वस सिस्टम को शांत करने में मदद करती है।
अस्वीकरण:homeoupchar.com इस लेख में बताए गए तरीकों, विधियों और दावों की पुष्टि नहीं करता है, इन्हें केवल सुझाव के रूप में लें, ऐसे किसी भी उपचार/दवा को लागू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।