चेहरे की खूबसूरती पर दाग-धब्बों या झाइयों का असर न सिर्फ त्वचा पर दिखता है, बल्कि आत्मविश्वास पर भी पड़ता है। खासकर जब बात हो चेहरे में झाई की होम्योपैथिक दवा की, तो लोग ऐसे विकल्प की तलाश में रहते हैं जो प्राकृतिक, सुरक्षित और बिना साइड इफेक्ट के हो।
झाइयों का इलाज करने के लिए बाजार में कई क्रीम और एलोपैथिक उपचार मौजूद हैं, लेकिन होम्योपैथी एक ऐसा विकल्प है जो त्वचा की जड़ से समस्या को ठीक करने में मदद करता है।
अगर आप भी चेहरे की झाइयों से परेशान हैं और स्थायी समाधान चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होने वाला है।
आगे हम जानेंगे कि होम्योपैथिक दवाएं कैसे झाइयों का कारण समझकर अंदरूनी रूप से उपचार करती हैं, कौन-कौन सी प्रभावी दवाएं हैं, और इन्हें इस्तेमाल करने का सही तरीका क्या है।
चेहरे में झाई होने के मुख्य कारण: जानिए आपकी त्वचा क्यों खो रही है अपनी चमक
चेहरे की त्वचा पर झाइयों का दिखना एक आम लेकिन चिंताजनक समस्या बनता जा रहा है। कई लोग केवल बाहरी इलाज पर ध्यान देते हैं, जबकि असली समाधान तब मिलता है जब आप चेहरे में झाई होने के कारण को समझते हैं।
त्वचा पर होने वाली ये हल्की-गहरी भूरी या काली चकत्तियाँ केवल कॉस्मेटिक समस्या नहीं हैं, बल्कि ये आपके शरीर के अंदर चल रही असंतुलन की ओर इशारा करती हैं।
आइए जानते हैं कि चेहरे में झाई क्यों होती है और किन कारणों से यह समस्या लगातार बढ़ती जा रही है:
1. हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance)
झाइयों का सबसे बड़ा कारण हार्मोनल बदलाव होता है, खासकर महिलाओं में। प्रेगनेंसी, पीरियड्स में गड़बड़ी या थायरॉइड जैसी स्थितियों में मेलानिन का उत्पादन असामान्य हो जाता है, जिससे त्वचा पर झाइयाँ उभरने लगती हैं।
2. धूप के संपर्क में अधिक रहना (Excessive Sun Exposure)
अत्यधिक धूप में रहना और त्वचा को UV किरणों से न बचाना झाइयों की एक प्रमुख वजह है। सूरज की किरणें त्वचा में मेलानिन की मात्रा बढ़ा देती हैं, जिससे पिग्मेंटेशन और झाइयाँ उत्पन्न होती हैं।
3. अनुवांशिक कारण (Genetics)
अगर आपके परिवार में पहले भी किसी को झाइयों की समस्या रही है, तो यह आपके लिए भी एक संभावित कारण हो सकता है। ऐसे मामलों में झाइयाँ जल्दी और अधिक गहराई से विकसित होती हैं।
4. मानसिक तनाव और नींद की कमी (Stress & Lack of Sleep)
लगातार तनाव में रहना और पर्याप्त नींद न लेना आपके शरीर के हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ सकता है, जिससे त्वचा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और झाइयाँ उभरने लगती हैं।
5. केमिकल युक्त ब्यूटी प्रोडक्ट्स का उपयोग
आजकल बाजार में मौजूद अधिकतर सौंदर्य उत्पादों में हानिकारक केमिकल्स होते हैं। इनका अधिक प्रयोग त्वचा की प्राकृतिक परत को नुकसान पहुँचाता है और पिग्मेंटेशन की समस्या को जन्म देता है।
6. पोषण की कमी (Nutritional Deficiency)
शरीर को आवश्यक विटामिन्स और मिनरल्स न मिलना जैसे—विटामिन B12, विटामिन C और आयरन की कमी भी झाइयों के पीछे एक छिपा हुआ कारण हो सकता है।
चेहरे में झाई की होम्योपैथिक दवा
1. Sepia 30 / 200 / 1M
Sepia चेहरे की झाइयों के लिए सबसे प्रसिद्ध और प्रभावी होम्योपैथिक दवाओं में से एक है। यह खासकर उन महिलाओं के लिए अत्यंत लाभकारी है जिनकी झाइयाँ हार्मोनल असंतुलन के कारण होती हैं
जैसे पीरियड्स की अनियमितता, मेनोपॉज़ या प्रेगनेंसी के बाद। इसका मुख्य कार्य शरीर में मेलानिन के असंतुलन को सुधारना और त्वचा की प्राकृतिक रंगत को वापस लाना है।
Sepia का असर उन झाइयों पर अधिक होता है जो नाक के आसपास, गालों पर और माथे पर हल्के भूरे रंग की होती हैं। इसके अलावा यदि झाइयों के साथ त्वचा का रूखापन, मन में थकावट, चिड़चिड़ापन या भावनात्मक असंतुलन हो, तो यह दवा और भी बेहतर काम करती है।
इसे सुबह खाना खाने से आधा घंटा पहले या खाना खाने के आधा घंटा बाद Sepia 30 के रूप में लेना शुरू कर सकते हैं।
लेकिन यदि आप लंबे समय तक असर के लिए Sepia 200 या 1M लेना चाहते हैं तो डॉक्टर की सलाह से ली जा सकती है।
इस दवा के नियमित सेवन से चेहरे की त्वचा पर निखार आने लगता है और झाइयाँ धीरे-धीरे कम हो जाती हैं।
2. Melasma Nosode
Melasma Nosode एक प्रभावी होम्योपैथिक दवा है जिसको विशेष रूप से चेहरे की झाइयों, मेलाज्मा और पिग्मेंटेशन के इलाज के लिए बनाया गया है।
यह उन मरीजों के लिए बेहद उपयोगी है जिन्हें बहुत दिनों से चेहरे पर गहरे भूरे या काले रंग की झाइयों की समस्या से पीड़ित हैं। Melasma Nosode शरीर की इम्यून प्रणाली को सक्रिय करता है और त्वचा की कोशिकाओं में जमा विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में सहायता करता है।
यह दवा खासकर तब उपयोगी होती है जब दूसरी सामान्य दवाएं असर नहीं कर रही हों। यह स्किन की गहराई तक जाकर समस्या को जड़ से ठीक करने में मदद करती है।
इसका उपयोग प्रायः Melasma 30 या 200 पोटेंसी में सप्ताह में एक या दो बार किया जाता है, लेकिन सही पोटेंसी और डोज़ के लिए होम्योपैथिक डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है।
जो लोग सूरज की रोशनी में त्वचा के रंग के और भी गहरा होने की शिकायत करते हैं, उनके लिए यह दवा विशेष रूप से लाभकारी है।
3. Thuja Occidentalis
Thuja Occidentalis त्वचा और झांइयों से जुड़ी अनेक समस्याओं के लिए प्रभावी मानी जाती है, खासकर तब जब त्वचा पर झाइयाँ एलोपैथिक क्रीम्स या कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट लगाने के कारण हुई होती हैं।
इस दवा का मुख्य कार्य त्वचा की गहराई में जाकर विषैले तत्वों को बाहर निकालना और सेल्स के पुनर्निर्माण को बढ़ावा देना है। Thuja उन लोगों के लिए अधिक असरदार है जिनकी त्वचा पर झाइयों के साथ-साथ वॉर्ट्स या स्किन टैग्स भी मौजूद हों।
यदि झाइयाँ चिकनी, हल्के भूरे रंग की हों और त्वचा संवेदनशील हो, तो Thuja से बहुत अच्छा लाभ मिल सकता है। इसे आमतौर पर 30 या 200 पोटेंसी में दिन में एक बार लिया जाता है।
लंबे समय तक उपयोग करने से चेहरे की रंगत साफ होने लगती है और त्वचा कोमल तथा समान दिखने लगती है। यह दवा शरीर की डीप-क्लीनिंग करती है, जिससे पिग्मेंटेशन की समस्या अंदर से ठीक होती है।
4. Lycopodium Clavatum
Lycopodium उन लोगों के लिए उत्तम होम्योपैथिक दवा है जिनकी झाइयाँ पेट या लीवर की गड़बड़ी से जुड़ी होती हैं। जब शरीर में टॉक्सिन्स जमा हो जाते हैं और पाचन क्रिया कमजोर हो जाती है, तब त्वचा पर झाइयाँ उभरने लगती हैं।
Lycopodium लीवर को सक्रिय करके शरीर की सफाई प्रक्रिया को तेज करता है और त्वचा को भीतर से पोषण देता है। यदि आपकी झाइयाँ चेहरे के दाहिने भाग में अधिक हैं, खासकर गाल और माथे पर, तो यह दवा अत्यंत लाभदायक साबित हो सकती है।
झांइयों की समस्या में यह उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है जिन्हें अत्यधिक गैस, अपच, या भूख कम लगने की शिकायत होती है। Lycopodium 30 या 200 पोटेंसी में लिया जा सकता है।
इस दवा के नियमित सेवन से चेहरे की झांइयां धीरे धीरे गायब होने लगती हैं ।इस दवा का प्रभाव धीरे-धीरे लेकिन स्थायी होता है।
5. Sulphur
Sulphur को होम्योपैथी की "राजा दवा" कहा जाता है क्योंकि यह शरीर के विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में अद्वितीय है। यह खासकर तब उपयोगी होती है जब झाइयों के साथ त्वचा पर खुजली, जलन या ड्रायनेस भी हो।
जिन लोगों की त्वचा अक्सर गंदी, खुरदरी और बेजान दिखती है, उनके लिए Sulphur अत्यधिक फायदेमंद है। यह दवा रक्त को शुद्ध करने के साथ-साथ त्वचा की गहराई से सफाई करती है, जिससे झाइयाँ धीरे-धीरे कम होने लगती हैं।
यदि आपको रात में ज्यादा खुजली होती है या गर्म पानी से चेहरा धोने पर जलन महसूस होती है, तो यह संकेत है कि Sulphur आपके लिए उपयुक्त हो सकती है।
आमतौर पर यह 30 या 200 पोटेंसी में सप्ताह में 2–3 बार ली जाती है। त्वचा की रंगत में सुधार और झाइयों में कमी के लिए इसका सेवन लगातार कुछ हफ्तों तक करना चाहिए।
6. Kali Arsenicosum
Kali Arsenicosum उन मरीजों के लिए बेहद उपयोगी है जिन्हें डार्क पिग्मेंटेशन के साथ जलन और खुजली की शिकायत होती है।
यह दवा त्वचा की गहराई में जाकर कोशिकाओं को पुनर्जीवित करती है और पिग्मेंटेशन की तीव्रता को कम करती है। जिन लोगों की त्वचा पर झाइयाँ धब्बेदार और असमान रंगत वाली हों, उनके लिए यह दवा बहुत कारगर होती है।
यह दवा विशेष रूप से उन लोगों पर असर करती है जिनकी त्वचा सूर्य की रोशनी में जल्दी झुलस जाती है या जिनके चेहरे पर समय के साथ गहरी झाइयाँ बढ़ रही हैं।
Kali Arsenicosum 30 या 200 पोटेंसी में दिन में एक बार लिया जा सकता है। यह त्वचा की नमी और संरचना को बनाए रखते हुए झाइयों को धीरे-धीरे हल्का करता है।
यदि त्वचा पर एलर्जी, जलन या बार-बार खुजली भी हो रही हो तो इसका असर और अधिक सकारात्मक होता है।
7. Natrum Muriaticum
Natrum Muriaticum उन महिला एवं पुरुषों के लिए अत्यंत लाभदायक होम्योपैथिक दवा है जिनकी झाइयाँ भावनात्मक तनाव, पुराने मानसिक आघात या हार्मोनल असंतुलन के कारण होती हैं।
यदि चेहरे पर झाइयाँ खासकर धूप में अधिक गहरी हो जाती हैं और गालों या ऊपरी होंठ पर हल्के भूरे या ग्रे रंग के धब्बे दिखते हैं, तो यह दवा चमत्कारी परिणाम देती है।
जिन व्यक्तियों की त्वचा अत्यधिक संवेदनशील होती है और जो जल्दी रो पड़ते हैं, पुराने दुःख या अकेलेपन से प्रभावित होते हैं, उनके लिए Natrum Muriaticum मानसिक और शारीरिक दोनों स्तरों पर काम करती है।
यह शरीर में पानी और नमक के संतुलन को सुधारती है, जिससे त्वचा को अंदर से पोषण मिलता है। आमतौर पर इसे 30 या 200 पोटेंसी में दिन में एक बार कुछ हफ्तों तक दिया जाता है। नियमित उपयोग से त्वचा की चमक लौट आती है और झाइयाँ धीरे-धीरे कम होने लगती हैं।
8. Bovista
Bovista मुख्य रूप से उन झाइयों के लिए उपयोग की जाती है जो कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स या मेकअप के अधिक उपयोग के कारण उत्पन्न होती हैं।
जब त्वचा पर केमिकलयुक्त प्रोडक्ट्स का असर उल्टा पड़ता है, तो वह झाइयों, दाग-धब्बों और असमान रंगत का कारण बनता है। Bovista ऐसे मामलों में त्वचा की सफाई कर, उसे गहराई से डिटॉक्स करता है।
जिन लोगों को फेस वॉश, ब्यूटी क्रीम या मेकअप से एलर्जी हो जाती है और उसके बाद त्वचा पर झाइयाँ उभर आती हैं, उनके लिए यह दवा अत्यंत लाभकारी है।
साथ ही यह उन लोगों में भी फायदेमंद है जिन्हें माहवारी के दौरान त्वचा से संबंधित समस्याएं होती हैं। Bovista 30 या 200 पोटेंसी में दिन में एक बार लिया जा सकता है।
यह त्वचा की प्राकृतिक नमी को बनाए रखता है और झाइयों को हल्का कर चेहरे को साफ-सुथरा बनाता है।
9. Berberis Aquifolium
Berberis Aquifolium को होम्योपैथी में एक स्किन-ब्राइटनिंग एजेंट के रूप में जाना जाता है। यह त्वचा की रंगत को निखारने, झाइयों को हल्का करने और पुराने दाग-धब्बों को मिटाने में अत्यधिक प्रभावी है।
यह दवा विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी है जिनकी त्वचा धूप या प्रदूषण के कारण बेजान हो गई है और जिनके चेहरे पर झाइयाँ गहरे भूरे रंग की हैं।
इसे गोली, कैप्सूल या टिंचर (Q) फॉर्म में लिया जा सकता है, और Berberis Aquifolium क्रीम भी बहुत लोकप्रिय है, जिसे चेहरे पर दिन में दो बार लगाया जाता है।
यह दवा मेलानिन के असंतुलन को नियंत्रित करके त्वचा की गहराई में काम करती है। नियमित उपयोग से त्वचा की बनावट में सुधार आता है और चेहरा चमकने लगता है।
यह युवाओं और महिलाओं दोनों के लिए अत्यंत सुरक्षित और प्रभावी उपाय है।
10. Psorinum
Psorinum उन लोगों के लिए उपयुक्त है जिनकी त्वचा अत्यधिक ऑयली, बदबूदार और बार-बार संक्रमण की शिकार होती है।
जब त्वचा पर गंदगी जल्दी जमा हो जाती है, पसीना अधिक आता है और झाइयाँ गहरे रंग की दिखती हैं, तो Psorinum बहुत अच्छा परिणाम देता है।
यह दवा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और त्वचा की सतह को गहराई से साफ करती है। जिन लोगों को हर मौसम में स्किन प्रॉब्लम रहती है और सामान्य इलाज से फायदा नहीं होता, उनके लिए Psorinum एक मेटाबोलिक क्लीनर की तरह काम करता है।
यह आमतौर पर 200 या 1M पोटेंसी में सप्ताह में एक बार दी जाती है, लेकिन इसका उपयोग चिकित्सकीय मार्गदर्शन में ही करना चाहिए क्योंकि यह गहरी क्रिया वाली दवा है।
लगातार उपयोग से त्वचा की गंदगी कम होती है और झाइयाँ भी धीरे-धीरे खत्म होने लगती हैं।
11. Plumbum Metallicum
Plumbum Metallicum का प्रयोग विशेष रूप से तब किया जाता है जब झाइयाँ शरीर में टॉक्सिन्स के जमा होने या न्यूरोलॉजिकल कारणों से उत्पन्न होती हैं।
यह दवा त्वचा की पिग्मेंट कोशिकाओं को संतुलित करती है और उन हिस्सों में मेलानिन के असमान वितरण को सामान्य करती है।
यदि चेहरे की झाइयाँ अचानक गहरी हो गई हों या त्वचा पर रंग असमान हो गया हो, तो यह दवा फायदेमंद होती है।
साथ ही यह दवा उन मामलों में भी कारगर मानी जाती है जहां व्यक्ति को कब्ज, नर्वस वीकनेस या शरीर में भारीपन की शिकायत हो। Plumbum Metallicum को 30 या 200 पोटेंसी में सप्ताह में दो बार लिया जा सकता है।
हालांकि यह एक विशेष प्रकृति की दवा है और इसका उपयोग डॉक्टर की सलाह से ही करना उचित होता है। यह त्वचा के डीप लेयर पर असर डालती है और झाइयों को स्थायी रूप से हटाने में मदद करती है।
12. Lachesis
Lachesis एक गहरी क्रिया वाली होम्योपैथिक दवा है जो उन लोगों के झाइयों के लिए दी जाती है जो हार्मोनल असंतुलन, ब्लड सर्कुलेशन की कमी या मेनोपॉज़ के कारण होती हैं।
यह विशेष रूप से उन महिलाओं में उपयोगी है जो चिड़चिड़ापन, अधिक बोलना, नींद की कमी और गर्मी का अधिक अनुभव करती हैं।
Lachesis शरीर के अंदर जमा अशुद्ध रक्त को साफ करता है और त्वचा की कोशिकाओं को पुनः जीवित करता है।
यदि चेहरे की झाइयाँ गर्दन या छाती तक फैल गई हों और उनमें गाढ़ापन अधिक हो, तो यह दवा अत्यंत प्रभावशाली होती है।
आमतौर पर इस दवा को 30 या 200 पोटेंसी में दिया जाता है, लेकिन डॉक्टर के परामर्श से Lachesis 1M का उपयोग भी किया जा सकता है।
यह त्वचा की रंगत को निखारने और झाइयों को जड़ से हटाने में मदद करता है।
चेहरे की झाइयों की होम्योपैथिक क्रीम
1. Berberis Aquifolium Cream – स्किन ब्राइटनिंग के लिए बेस्ट
Berberis Aquifolium Cream त्वचा से सम्बंधित समस्याओं को ठीक करने के लिए होम्योपैथिक की सबसे लोकप्रिय क्रीम मानी जाती है, खासकर झाइयों और दाग-धब्बों को दूर करने में मदद करती हैं।
। यह क्रीम बरबेरीस पौधे के अर्क से तैयार की जाती है, जो त्वचा की गहराई में जाकर मेलानिन की अधिकता को कम करती है। यह क्रीम खासतौर पर उन लोगों के लिए है जिनकी त्वचा धूप, प्रदूषण या हार्मोनल बदलावों की वजह से काली पड़ गई है।
रोजाना सुबह और रात को इसे साफ चेहरे पर लगाने से झाइयों की गहराई कम होती है और स्किन ब्राइट और ग्लोइंग दिखने लगती है। इसका नियमित उपयोग चेहरे की रंगत को निखारता है और त्वचा को नमी प्रदान करता है।
इस होम्योपैथिक क्रीम का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है,और यह हर प्रकार की त्वचा के लिए सुरक्षित है।
Berberis Aquifolium Cream झाइयों एवं त्वचा से सम्बंधित हर प्रकार की समस्याओं के लिए एक भरोसेमंद और प्रभावी क्रीम है।
2. SBL Glowing Complexion Cream – ऑलराउंड स्किन रीस्टोरर
SBL Glowing Complexion Cream त्वचा को प्राकृतिक रूप से निखारने और झाइयों को धीरे-धीरे हल्का करने के लिए प्रभावी मानी जाती है। इसमें Aloe vera, Berberis Aquifolium, और Calendula जैसे होम्योपैथिक दवाएं शामिल होती हैं।
जो त्वचा की गहराई में जाकर उसे पोषण देती हैं। यह क्रीम उन लोगों के लिए खासतौर पर फायदेमंद है जिनकी त्वचा रुखी, मुरझाई हुई और असमान रंगत वाली होती है।
इसके इस्तेमाल से चेहरे की रंगत में सुधार आता है और झाइयाँ धीरे-धीरे फीकी पड़ने लगती हैं। यह स्किन की कोशिकाओं की मरम्मत करती है और नए सेल्स को बनने में मदद करती है।
दिन में दो बार, साफ पानी से चेहरे को धोकर इसे लगाना सबसे अच्छा रहता है। SBL की यह क्रीम झाइयों के साथ-साथ मुंहासों के दाग को भी ठीक करने में मददगार है। यह पूरी तरह से हर्बल और साइड इफेक्ट-फ्री है।
3. Bakson’s Fairness Cream with Aloe Vera – झाइयों और स्किन टोन के लिए परफेक्ट
Bakson’s Fairness Cream में Aloe Vera, Berberis Aquifolium, और Witch Hazel जैसे शक्तिशाली होम्योपैथिक घटक होते हैं जो स्किन की अंदरूनी परत पर काम करके झाइयों, पिगमेंटेशन और असमान रंगत को नियंत्रित करते हैं।
यह क्रीम विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो चेहरे पर गहरे धब्बों और झाइयों से परेशान हैं और साथ ही स्किन का ग्लो भी चाहते हैं। Aloe Vera त्वचा को शीतलता देता है और सूजन को कम करता है, जबकि Berberis और Witch Hazel झाइयों को हल्का कर रंगत को उजला बनाते हैं।
इस क्रीम का उपयोग दिन में दो बार किया जा सकता है और यह सभी स्किन टाइप्स के लिए उपयुक्त है। इसका नियमित उपयोग त्वचा को साफ, मुलायम और चमकदार बनाता है। यह क्रीम न केवल झाइयाँ हटाने में मदद करती है बल्कि त्वचा को युवा और स्वस्थ बनाए रखती है।
4. Lords Berberis With Aloevera Cream – डार्क स्पॉट्स और मेलाज्मा के लिए खास
Lords Berberis With Aloevera Cream एक शानदार होम्योपैथिक क्रीम है जो झाइयों, मेलाज्मा और पिगमेंटेशन को कम करने में कारगर मानी जाती है।
इसमें Berberis Aquifolium और Aloe Vera का बेहतरीन मिश्रण होता है, जो त्वचा को भीतर से साफ करता है और पिग्मेंट उत्पादन को नियंत्रित करता है।
Aloe Vera त्वचा को हाइड्रेट और शांत करता है, जबकि Berberis त्वचा को डीप क्लीन कर झाइयों को जड़ से मिटाने में मदद करता है।
यह क्रीम विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी है जिनकी त्वचा पर लंबे समय से धब्बे बने हुए हैं और जो केमिकल क्रीम्स के कारण स्किन डल हो चुकी है।
यह क्रीम स्किन के पीएच बैलेंस को बनाए रखती है और नमी को लॉक करती है। इसके लगातार उपयोग से स्किन सॉफ्ट, ग्लोइंग और यंग दिखती है। दिन में दो बार लगाने से बेहतर परिणाम मिलते हैं।
5. Wheezal Olive Glow Cream – मल्टी-पर्पज़ स्किन ब्राइटनर
Wheezal Olive Glow Cream एक मल्टी-एक्शन होम्योपैथिक क्रीम है जो झाइयों को हल्का करने के साथ-साथ चेहरे को ब्राइट और हेल्दी बनाती है।
इस क्रीम में Olea Europaea (ऑलिव), Aloe Vera, Berberis Aquifolium और Calendula जैसे नेचुरल तत्व होते हैं, जो त्वचा को गहराई से पोषण देते हैं। यह क्रीम खासतौर पर उन लोगों के लिए है जिनकी स्किन थकी हुई, रूखी और झाइयों से ग्रस्त होती है।
यह चेहरे के दाग-धब्बों, सन टैनिंग और पिगमेंटेशन को धीरे-धीरे हल्का करती है और चेहरे को एक समान रंग प्रदान करती है। इसमें मौजूद Olive Extract त्वचा को प्राकृतिक रूप से नमी प्रदान करता है और स्किन एजिंग को भी धीमा करता है।
यह क्रीम हर मौसम में उपयोग की जा सकती है और सेंसिटिव स्किन के लिए भी सुरक्षित है। नियमित उपयोग से चेहरे पर एक प्राकृतिक ग्लो आता है और त्वचा साफ-सुथरी नजर आती है।