घुटनों में दर्द की 9 शीर्ष होम्योपैथिक दवा | Top 9 Best Homeopathic Medicine For Knee Pain in Hindi

 पहले माना जाता था कि घुटने का दर्द अक्सर 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को होता है, लेकिन अब कम उम्र के लोगों को भी घुटने का दर्द होता देखा जा सकता है।


घुटनों में दर्द की होम्योपैथिक दवा


एलोपैथिक में घुटने के दर्द का कोई विशेष प्रभावी इलाज नहीं है, केवल दर्द निवारक दवाएं ही दर्द को कुछ समय के लिए कम कर सकती हैं।


लेकिन होम्योपैथिक चिकित्सा में घुटने के दर्द का संपूर्ण इलाज संभव है, इसलिए आज के लेख में हम घुटने के दर्द के कारण, लक्षण और घुटनों में दर्द की होम्योपैथिक दवा के बारे में बताने जा रहे हैं, इसलिए आप इस लेख को ध्यान से पढ़ें। शुरू से अंत तक पूरा पढ़ें.


घुटनों में दर्द के कारण |घुटनों में दर्द क्यों होता है?


घुटनों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं।


  • घुटने का दर्द चोट लगने के कारण भी हो सकता है।
  • शरीर का वजन बढ़ने के कारण भी घुटनों में दर्द हो सकता है।
  • बुढ़ापे में शरीर के कमजोर होने के कारण घुटने भी कमजोर हो सकते हैं।

  • विभिन्न प्रकार की बीमारियाँ जैसे कि डायबिटीज, बोन कैंसर, लुपस, पेटल फेमोरल सिंड्रोम, इत्यादि के कारण भी  घुटनों में दर्द हो सकता है।
  • घुटने की कैप विस्थापन के कारण भी घुटनों में दर्द हो सकता है।
  • घुटनों के जोड़ों में संक्रमण के कारण भी घुटने में दर्द हो सकता है।
  • घुटने की हड्डियों और लिगामेंट में गम्भीर चोट लगने के कारण भी घुटने में दर्द हो सकता है।
  • गठिया रोग के कारण भी घुटनों में दर्द हो सकता है।
  • अर्थराइटिस के कारण भी घुटनों में दर्द हो सकता है।
  • ज्यादा समय तक पैर मोड़कर बैठने से भी घुटनों में दर्द हो सकता है।
  • ऑस्टियोअर्थराइटिस के कारण भी घुटनों में दर्द हो सकता है।
  • घुटनों के ग्रीस खत्म होने के कारण भी घुटनों में दर्द  हो सकता है 
  • घुटनों के जोड़ों में यूरिक एसिड जमा हो जाने के कारण भी घुटनों में दर्द हो सकता है।


घुटनों में दर्द की 9 शीर्ष होम्योपैथिक दवा | Top 9 Best Homeopathic Medicine For Knee Pain in Hindi


1• ब्रायोनिया अल्बा  Bryonia Alba

यह होम्योपैथिक दवा का घुटने के दर्द के इलाज में तब प्रयोग किया जाता है जब रोगी को चलते समय घुटने के जोड़ों में तेज दर्द होता है।

आराम करने से दर्द में कमी होती है।यदि घुटने का दर्द ऑस्टियोआर्थराइटिस,गठिया, चोट आदि के कारण होता है, तो भी उपरोक्त लक्षणों के रहने पर  ब्रायोनिया अल्बा के प्रयोग से लाभ होता है।


2• रस टॉक्स  Rhus Toxicodendron

यदि घुटने का दर्द शुरू-शुरू में चलने से बढ़ जाता है लेकिन कुछ दूर चलने से दर्द में आराम मिलता है,और आराम करने तथा नम मौसम में रहने से दर्द बढ़ जाता है तो उसके लिए रस टॉक्स एक रामबाण औषधि है।


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3• कोलचिकम  Colchicum

 यह होम्योपैथिक दवा घुटने के दर्द के इलाज के लिए एक नोसोड्स के रूप में प्रयोग की जाती है।

घुटनों के दर्द में इस दवा का प्रयोग तब किया जाता है जब रोगी के घुटने का दर्द हिलने-डुलने से बढ़ जाता है और गर्म मौसम में या आराम करने से ठीक रहता है।


4• कॉस्टिकम  Causticum

इस होम्योपैथिक दवा का प्रयोग घुटनों के दर्द के लिए तब प्रयोग किया जाता है,जब रोगी को घुटनों में दर्द, अकड़न, जोड़ों में फटने जैसा दर्द होता है।जिसके कारण रोगी को रात में बेचैनी होती है।

चलने-फिरने,गर्म सिकाई से और प्रभावित स्थान पर मालिश करने से रोगी को दर्द में आराम मिलता है। 


 5• रूटा गरवेलोन्स  Ruta Graveolens 

इस होम्योपैथिक दवा का प्रयोग घुटनों के दर्द में तब किया जाता है, जब रोगी के घुटनों के मांसपेशियों और जोड़ों में गठिया या आमवात का दर्द होता है।

यह दर्द किसी गीली या ठंडी चीजों का प्रयोग करने से बढ़ जाता है, और चलने-फिरने या गर्म सेक से कम रहता है तो वहाँ पर Ruta Graveolens 200 के उपयोग से लाभ होता है।

यदि किसी कारण से घुटनों की हड्डी में चोट लगकर वहाँ पर सूजन व दर्द होने लगे तो भी इस दवा के प्रयोग से फायदा होता है। 


6• अर्निका मोंटाना  Arnica Montana

जिस प्रकार से घुटनों की हड्डियों में चोट लगकर दर्द होने पर रूटा गरवेलोन्स  और सिम्फाइटम का प्रयोग किया जाता है।

 ठीक उसी प्रकार से यदि घुटनों की मांसपेशियों में चोट लगकर घुटनों में सूजन व दर्द होने लगे तो वहाँ पर Arnica Montana 200 के प्रयोग से लाभ होता है।

यदि घुटनों की मांसपेशियों में चोट का असर काफी पुराना हो,तो वहाँ पर Arnica Montana 1M या Arnica Montana CM शक्ति का प्रयोग करना चाहिए। 

क्योंकि अर्निका मोंटाना में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण पाया जाता है जो घुटनों के सूजन व दर्द को कम करने में मदद करता है।


 7• लिडम पैलेस्टर  Ledum palustre

जब चोट के कारण होने वाले घुटनों के दर्द में अर्निका के प्रयोग से दर्द कुछ घट जाय और फिर फायदा न होता हो,तो फिर लिडम पैलेस्टर के प्रयोग से घुटने का दर्द में पूर्ण रूप ठीक हो जाता है।

इस दवा के दर्द की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसका दर्द नीचे के अंगों से शुरू होकर ऊपर की ओर परिचालित होता है।इसके अलावा इस दवा में घुटने का दर्द रात में,बिछौने की गर्मी से और चलने फिरने से बढ़ता है।

ठण्ड में रहने से या बर्फ की सिकाई करने से दर्द में आराम मिलता है।जो लोग बहुत अधिक शराब पीते हैं उनके घुटनों के दर्द में लिडम पैलेस्टर फायदा करती है।


8• एपिस मेलिफिका  Apis Mellifica 

यह होम्योपैथिक दवा घुटनों के दर्द के इलाज में तब प्रयोग में लाई जाती है जब घुटनों में बहुत अधिक पानी भरकर सूजन,दर्द और जलन होती हो।

दर्द वाली जगह पर उंगली से दबाने से गढ्ढे बन जाते हो।दर्द वाली जगह को सेकनें से दर्द में वृद्धि होती है।और ठंड वाली जगह में रहने तथा ठंडे प्रयोग से दर्द में कमी होने पर एपिस मेलिफिका के प्रयोग से घुटने के दर्द में अवश्य ही लाभ होता है।

यह दवा कुछ देर से अपना असर दिखाती है इसलिए किसी भी रोग में इस दवा के लक्षण मिलने पर धैर्य के साथ इस दवा का प्रयोग करना चाहिए।इस दवा की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें रोगी को प्यास बिल्कुल नहीं लगती है।


9• कैल्केरिया कार्ब  Calcarea Carb

Calcarea Carb घुटनों के दर्द के इलाज में तब प्रयोग में लायी जाती है जब रोगी को ठंड से तकलीफ होती हो,और चलने-फिरने से रोगी को दर्द में आराम मिलता है।

रोगी मोटा तथा थुलथुला दिखाई देता है। सिर पर अत्यधिक पसीना आने के साथ ही रोगी को अंडे खाने की तीव्र इच्छा होती है। तो इस औषधि का प्रयोग घुटनों के दर्द में लाभकारी होता है।


इस लेख में आपने जाना घुटने के दर्द के कारण, घुटने के दर्द के लक्षण और घुटने के दर्द की होम्योपैथिक दवा के बारे में पूरी जानकारी जान ली है।

आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट करके जरूर बताएं।



अस्वीकरण:homeoupchar.com इस लेख में बताए गए तरीकों, विधियों और दावों की पुष्टि नहीं करता है, इन्हें केवल सुझाव के रूप में लें, ऐसे किसी भी उपचार/दवा को लागू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

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